Army Religious Teacher Dharm Guru ( धर्मगुरु) क्या काम करते हैं

हाल ही में आर्मी में एक नई भर्ती निकली है और इस भर्ती की चर्चा हर विद्यार्थी कर रहा है क्योंकि यह भर्ती अन्य भर्ती से अलग है आदमी यानी भारतीय सेना में अलग-अलग तरीके भर्तियां निकलती रहती हैं लेकिन उसमें ज्यादातर ऐसी भर्तियां होती हैं जिसमें सशक्त युक्त बल का काम होता है परंतु यह भर्ती ना तो ज्यादा सशस्त्र से संबंधित है और ना ही इसका शस्त्र के रूप में उल्लेख किया जा सकता है और जारी हुई बच्ची का नाम है – आर्मी रिलीज टीचर अर्थात आर्मी धर्म गुरु।

आर्मी धर्मगुरू का संक्षिप्त परिचय

जैसा कि आप सब से ही परिचित है इस वैकेंसी के नाम में धर्मगुरु लिखा हुआ है अर्थात आशय यह निकलता है की एक विशेष प्रकार के धर्म गुरुओं की नियुक्ति आर्मी में होने वाली है सामान्य तौर पर यदि कहा जाए तो आर्मी में काम करने वाले छोटे से बड़े पदों के कर्मचारियों के लिए सरकार विभिन्न प्रकार के विद्यालयों की स्थापना करती है या अलग-अलग शिक्षण संस्थानों की व्यवस्था करके रखी हुई है जिसमें आर्मी के बच्चे पढ़ते हैं ऐसी स्थिति में शिक्षण संस्थानों में हर धर्म को उचित सम्मान एवं उचित स्थान दिलाने के लिए अलग-अलग प्रकार से धार्मिक शिक्षण की भी व्यवस्था की गई है कोई भी छात्र अपनी इच्छा के अनुसार अथवा अपने संरक्षक या माता-पिता की इच्छा के अनुसार अथवा उनके परामर्श में किसी भी धर्म की शिक्षा ले सकता है इन्हीं शिक्षा को देने के लिए भारतीय सेना में विभिन्न प्रकार के धर्म गुरुओं की आवश्यकता होती है

आर्मी धर्मगुरू को क्या काम करने होते हैं

जिस तरह से अलग-अलग शिक्षक अलग-अलग कक्षा में भाग लेते हैं और अपने बच्चों को पढ़ाते हैं उसी तरह आर्मी धर्म गुरु भी एक सामान्य शिक्षक की तरह होते हैं और अपने क्लास के बच्चों को पढ़ाना होता है विद्यालय में अथवा शिक्षण संस्थानों में कभी-कभी प्रचार तंत्रों में भी इनका इस्तेमाल किया जाता है और इन्हें लोगों को धार्मिक शिक्षा से अवगत कराने का कार्य दिया जाता है इनका धार्मिक कार्य किसी कठोर एवं जटिल प्रक्रिया से नहीं जुड़ा होता बल्कि सामान्य रूप से किस तरह छात्रों को धर्म से जोड़ा जाए या उन्हें धार्मिक जानकारी दी जाए उसकी व्यवस्था रखी जाती है धार्मिक टीचर मुख्य रूप से बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं जो धर्म से संबंधित होते हैं सामान्य अध्यापक के जैसे ही आर्मी टीचर अपना सामान्य जीवन जीते हैं परंतु साथ ही साथ यह एक विशेष विषय पर ध्यान देते हैं जिसका संबंध धर्म से होता है

सीधे तौर पर जिस तरह विज्ञान के अध्यापक विज्ञान की शिक्षा देते हैं, गणित के अध्यापक गणित की शिक्षा देते हैं, अथवा कला के अध्यापक कला की शिक्षा देते हैं, उसी क्रम में धर्मगुरु या आर्मी के धार्मिक गुरु धर्म की शिक्षा अपने छात्रों को देते हैं साथी यह धार्मिक कार्यों एवं धार्मिक नीतियों में काफी निपुण होते हैं एवं धर्म का साथ ही यह धर्म से ज्ञान रखते हैं इस वजह से धार्मिक शिक्षक के रूप में इन्हें मान्यता मिली हुई रहती है

आर्मी धर्मगुरू की आवश्यकता क्यों होती है

आर्मी धर्म गुरु मुख्यता छात्रों की शिक्षा के लिए रखे जाते हैं परंतु यह पद इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि भारतीय आर्मी एक संवेदनशील जगह होती है यहां पर रहने वाले और काम करने वाले लोगों पर विशेष निगरानी रखती है इन सब विषयों को ध्यान में रखकर सरकार ने या पद इसलिए गठित किया है क्योंकि कोई भी बाहरी तत्व आर्मी के लोगों या उनसे जुड़े लोगों को गलत शिक्षा देकर देश के प्रति विरोधी ना बना दे क्योंकि आर्मी में जो भी धर्म गुरु होते हैं वह भारत के हित के बारे में सोचते हैं एवं धर्म की परिभाषा भारत की सीमाओं के अंतर थी बताते हैं क्योंकि एक लिमिटेड अथवा निश्चित पाठ्यक्रम ही इन शिक्षकों को मिलता है जिससे कि आर्मी अथवा इससे जुड़े लोगों के दिमाग को स्थिर रखने एवं धर्म में दृढ़ता स्थापित करने का अवसर प्राप्त हो जाता है

Army Religious Teacher नौकरी कैसी होती है

संक्षिप्त शब्दों में कहा जाए तो अगर आप बंदूक चलाने में निपुण नहीं हैं आपकी आंख में कोई खराबी है या आप शारीरिक रूप से इतने सक्षम नहीं हैं जितना कि एक आर्मी के ऑफिसर को होना चाहिए परंतु अब भारतीय आर्मी में जाकर अपने देश की सेवा करना चाहते हैं तो यह नौकरी आपके लिए काफी काम कर होने वाली है क्योंकि इसमें शारीरिक रूप से बहुत अधिक विशेषता की आवश्यकता नहीं होती परंतु क्योंकि आप आर्मी में संलग्न है इसलिए आपका मेडिकल इत्यादि तो होता है और साथ ही आपको एक स्वस्थ एवं स्थिर व्यक्ति होने की आवश्यकता होती है।

यह नौकरी काफी अच्छी होती है और आपको समाज में भारतीय सेना में काम करते हुए एक उच्च श्रेणी के नागरिक की भूमिका का एहसास कलाकार आती है अगर आप इस नौकरी में जाना चाहते हैं तो निश्चित ही इसकी तैयारी करने लगी आपको याद रखना होगा कि यह नौकरी विशेष योग्यता के साथ आती है इसलिए सभी लोगों को इस में भाग लेने का अवसर नहीं मिल सकता परंतु अगर आप इस नौकरी के लिए योग्य हैं तो अवश्य ही आपको इसमें अप्लाई कर देना चाहिए क्योंकि यह भारत के लिए आप की एक बहुत बड़ी सेवा होगी साथ ही लाखों करोड़ों लोगों में कुछ चंद ही ऐसे लोग होते हैं जो भारतीय सेना में काम करके देश की सेवा करते हैं तो यह आपके और आपके परिवार के लिए गर्व की बात होगी

आर्मी रिलिजियस टीचर की तनख्वाह कितनी होती है

इस पद पर आपको सातवां वेतन लेवल के हिसाब से तनख्वाह मिलेगी तो सामान्य तौर पर ऐसा कहा जाए कि आपकी सैलरी ₹35000 से लेकर ₹50000 प्रारंभ में रहेगी परंतु भविष्य में यह ₹100000 या उससे अधिक भी हो सकती है तो सामान तौर पर कहा जाए तो इस पद पर आपको एक अच्छी तनख्वाह मिलने वाली है जिससे आप समाज में अच्छा जीवन जी सकते हैं और अपने परिवार का भरण पोषण कर सकते हैं साथ ही केंद्र सरकार में जो भी सुविधाएं मिलती हैं वह आर्मी पद पर आपको प्रदान होने वाली हैं जैसे कि अस्पताल यात्रा की सुविधा किराए के घर का किराया इत्यादि

क्या आर्मी धर्म गुरु नौकरी पद के लिए भाग लेना चाहिए

जी हां निसंदेह क्योंकि यह काफी अच्छा पद है भारतीय सेना में काम करने का आपको मौका मिलेगा और साथ ही आपको इसके लिए एक अच्छी तनख्वाह भी मिलेगी दूसरी तरफ अगर शारीरिक रूप से आप एक सैनिक बनने में सक्षम नहीं है फिर भी कुछ हद तक आप इस नौकरी में भाग ले सकते हैं इसलिए आपको इस पद के लिए जल्द से जल्द आवेदन कर देना चाहिए